शुक्रवार, 10 जनवरी 2025

रक्षा यंत्र, #रक्षायंत्र


             हे महाबली देवी - देवता मेरी व मेरी पत्नी एवं पुत्रियों हमारी सहित रक्षा एवं सुरक्षा करते हुये हमारे धन-सम्पत्ति, सौभाग्य में वृद्धि करें हम लोगों के माध्यम से पुण्य कर्म, देव कर्म करायें और हमारे माध्यम से सुख शान्ती का भोग करें, इसके लिए हम लोगो को बुद्धि विद्या बल एवं धन-सम्पत्ति से सम्पन्न करें।

                स्नेहकाँक्षी परिवार:-मधुकर, किरन, शिवाँशी, लक्षिता

                उक्त जगह पर तथा यंत्र के बीच में अपने परिवार का नाम लिखें 

                उक्त यंत्र को 11 बार बनाने 05 बार बंजरंग बाण पढ़ने से ईश्वरी ऊर्जा आपकी रक्षा करती है।


धन सम्पत्ति प्राप्त करने का तंत्र मंत्र यंत्र

धन सम्पत्ति प्राप्त करने का तंत्र मंत्र यंत्र यंत्र

तंत्र मंत्र यंत्र
 तंत्र मंत्र यंत्र

तंत्र मंत्र यंत्र
 तंत्र मंत्र यंत्र

तंत्र

 

  1. महालक्ष्मी और श्री विष्णु की पूजा करें।
  2. शाम को किसी भी नजदीकी मंदिर में दीपक लगाएं।
  3. क्रोध, अधर्म कर्म करने से बचे
  4. मंत्र

    ऊँ ऐं हृीं श्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे नमः मम प्रचूर धन-सम्पत्ति देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा

     

         लगभग एक वर्ष तक उक्त मंत्र का जाप 108 बार जाप करने, बने हुये यंत्र में से किसी एक को 05 बार बनाने एवं प्रर्थना करने से ईश्वरी कृपा आप पर बरसने लगती है, एक वर्ष पश्चात दिन में सिर्फ दो बार सुबह-शाम 11 बार जाप करने से उक्त मंत्र की ऊर्जा आप में बनी रहती है।

प्रार्थना

             हे महाबली देवी - देवता मेरी व मेरी पत्नी एवं पुत्रियों हमारी सहित रक्षा एवं सुरक्षा करते हुये हमारे धन-सम्पत्ति, सौभाग्य में वृद्धि करें हम लोगों के माध्यम से पुण्य कर्म, देव कर्म करायें और हमारे माध्यम से सुख शान्ती का भोग करें, इसके लिए हम लोगो को बुद्धि विद्या बल एवं धन-सम्पत्ति से सम्पन्न करें।

              स्नेहकाँक्षी परिवार :- मधुकर, किरन, शिवाँशी, लक्षिता 

उक्त जगह पर तथा यंत्र के नीचे अपने परिवार का नाम लिखें

 

शनिवार, 4 जनवरी 2025

बुरी नजर से बचने के लिए उपाय

बुरी नजर से बचने के लिए उपाय

 


 

बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए कई प्रकार के उपाय, यंत्र, तंत्र और मंत्र उपयोग किए जा सकते हैं। ये उपाय सरल होते हैं और इनका प्रयोग परिवार के सदस्य भी कर सकते हैं। नीचे कुछ प्रभावी उपाय दिए गए हैं:


1. बुरी नजर का यंत्र

  • नजर सुरक्षा ताबीज:
    • एक चांदी का ताबीज लें और उसमें "ॐ" या "नजर रक्षा कवच" का अंकन करवा लें।
    • इसे बच्चे के गले या कलाई में बांधें।
  • काले धागे का उपयोग:
    • बच्चे के गले, पैर या हाथ में काला धागा बांधें। इसे शनिवार या मंगलवार को पहनाना शुभ होता है।

2. बुरी नजर उतारने का तंत्र

  • लाल मिर्च और नमक का उपाय:
    • सात लाल मिर्च, थोड़ा नमक और सरसों के दाने लें।
    • बच्चे के सिर से पैर तक तीन बार घुमाएं।
    • फिर इसे जलती आग में डाल दें। अगर जलते समय तेज गंध आए, तो समझें नजर उतरी है।
  • नींबू और मिर्च का उपाय:
    • एक नींबू और सात हरी मिर्च को धागे में पिरोकर घर के दरवाजे पर लटका दें।
    • इसे हर शनिवार बदलें।

3. बुरी नजर का मंत्र

  • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र:
    • इस मंत्र का जाप बच्चे के माथे पर हाथ रखते हुए 11 बार करें।
    • इसे बच्चे की ऊर्जा शुद्ध करने के लिए रोजाना किया जा सकता है।
  • नजर दोष मंत्र:
    • "ॐ दृष्टिदोष परिहाराय नमः।"
    • इस मंत्र का 21 बार जाप करके बच्चे के ऊपर हाथ फेरें।

4. अन्य उपाय

  • सूरमा लगाना:
    • बच्चे की दोनों आँखों में हल्का काजल या सुरमा लगाएं।
  • राई का उपयोग:
    • राई के दानों को बच्चे के सिर से पैर तक तीन बार उतारकर जल में बहा दें।

 बच्चों की बुरी नजर से बचाव के लिए यहाँ कुछ यंत्र, तंत्र और मंत्र दिए गए हैं:

यंत्र

1. नजरबट्टू: नजरबट्टू एक पारंपरिक यंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। इसे बच्चे के कमरे में या घर के मुख्य द्वार पर लगाया जा सकता है।
2. शंख: शंख एक पवित्र यंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। इसे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
3. काली मिर्च की माला: काली मिर्च की माला एक प्रभावी यंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। इसे बच्चे के गले में पहनाने से बुरी नजर का प्रभाव कम होता है।

तंत्र

1. नजर उतारने की विधि: नजर उतारने के लिए एक विधि है जिसमें एक नींबू को बच्चे के सिर के ऊपर से घुमाया जाता है और फिर उसे पानी में फेंक दिया जाता है। इससे बुरी नजर का प्रभाव कम होता है।
2. हवन: हवन एक पवित्र तंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। हवन करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

मंत्र

1. महामृत्युंजय मंत्र: महामृत्युंजय मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। इस मंत्र का जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
2. गायत्री मंत्र: गायत्री मंत्र एक पवित्र मंत्र है जो बुरी नजर से बचाव में मदद करता है। इस मंत्र का जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

इन यंत्र, तंत्र और मंत्रों का उपयोग करके आप बच्चों की बुरी नजर से बचाव में मदद कर सकते हैं।

सावधानियां

  1. हर उपाय को श्रद्धा और विश्वास के साथ करें।
  2. बच्चे को साफ-सुथरा और सकारात्मक माहौल में रखें।
  3. घर में धार्मिक और पवित्र माहौल बनाएं।

यदि बुरी नजर के प्रभाव लंबे समय तक बने रहें, तो किसी योग्य ज्योतिषी या वैद्य से सलाह लें।

बुरी नजर उतारने के उपाय

जिस व्यक्ति को बुरी नजर लगे उसे पंचमुखी का हनुमान जी का लॉकेट धारण करना चाहिए. ऐसे व्यक्ति को हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का नित्य पाठ करना चाहिए. हनुमान जी के मंदिर जाकर उनके कंधों का सिंदूर माथे पर लगाएं. अगरकोई व्यक्ति बुरी नजर से प्रभावित है तो उसे भैरो बाबा के मंदिर से मिलने वाला काला धागा धारण करना चाहिए. इससे बुरी नजर उतर जाती है.

अगर नजर दोष की वजह से बार-बार धन हानि हो रही है तो लाल कपड़े में दो कौड़ियां बांधकर इसे तिजोरी में रख दें. नीचे दिए मंत्र को पढ़ते हुए बुरी नजर से पीड़ित व्यक्ति को मोर की पंख से ऊपर से नीचे तक उसे झाड़ें.

नजर उतारने का मंत्र

ॐ नमो सत्य नाम आदेश गुरु को,
ॐ नमो नज़र जहाँ पर पीर ना जानी
बोले छल सौं अमृतवानी,
कहो नज़र कहाँ ते आई
यहाँ की ठौर तोही कौन बताई.

कौन जात तेरो कहाँ धाम,
किसकी बेटी, का तेरो नाम,
कहाँ से उड़ी, कहाँ को जाया,
अबहि बसकर ले तेरी माया.

मेरी बात सुनो चित्त लाए,
जैसा होय सुनाऊं लाय,
मेरी भक्ति, गुरु की शक्ति,
फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा.

 

बुरी नजर से बचने के लिए उपाय-
नजर दोष का जरा भी अनुभव होने पर व्यक्ति को तत्काल उपाय करना चाहिए, इससे छोटी हानि के बाद बड़े नुकसान से बचा जा सकता है।
बुरी नजर से प्रभावित व्यक्ति को बचाव के लिए पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर इष्ट देव का स्मरण कर खिलाने से शीघ्र ही नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में हनुमान जी की आराधना करने के बाद उनके चरणों से सिंदूर लेकर नजर लगे हुए व्यक्ति के माथे पर लगाने से बुरी नजर का प्रभाव दूर होता है।
छोटे बच्चों को आंखों में काजल लगाकर माथे पर भी काजल का ही टीका लगा देने की प्रथा बहुत प्राचीन है, इससे बालक पर बुरी नजर नहीं लगती।
व्यापार स्थल को नजर दोष से बचाने के लिए नींबू मिर्च लटकाना चाहिए।
भवनों को नजरदोष से बचाने के लिए उस पर काली हांडी, डरावना मुखौटा आदि लगाया जाता है।
शिशु या किसी व्यक्ति अथवा व्यवसायिक स्थल, भवन आदि पर लगी हुई नजर को उतारने के लिए
फिटकरी, राई, मिर्च आदि सिर से उतारकर जलाना चाहिए।
ज्योतिषीय उपायों में नजरदोष निवारण के लिए लग्नेश का रत्न धारण करना चाहिए।
महामृत्युंजय का जप, हनुमत कवच, रामरक्षा स्तोत्र आदि का पाठ नजर दोष सहित अन्य दोषों से रक्षा हेतु रामबाण उपाय है।

 





बुधवार, 1 जनवरी 2025

ब्लैक फंगस Black Fungus क्या है?

ब्लैक फंगस Black Fungus क्या है?

ब्लैक फंगस (Black Fungus), जिसे म्यूकोरमायकोसिस (Mucormycosis) के नाम से भी जाना जाता है, एक दुर्लभ लेकिन गंभीर फंगल संक्रमण है। यह संक्रमण म्यूकोरमाइसेट्स नामक कवक के कारण होता है, जो मिट्टी, पत्तियों, सड़ी हुई लकड़ी, और गीले वातावरण में पाया जाता है।

ब्लैक फंगस के लक्षण

ब्लैक फंगस आमतौर पर नाक, आंखों, मस्तिष्क, और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं:

  1. नाक और साइनस में समस्या:
    • नाक बंद होना या सड़ने जैसा काला निशान।
    • नाक से खून आना।
  2. आंखों में समस्या:
    • धुंधला दिखना या दृष्टि कम होना।
    • आंखों के आसपास दर्द और सूजन।
  3. त्वचा में संक्रमण:
    • त्वचा पर लाल, काले, या सूजे हुए क्षेत्र।
  4. सामान्य लक्षण:
    • बुखार।
    • सिरदर्द।
    • सांस लेने में कठिनाई।

ब्लैक फंगस कैसे फैलता है?

यह फंगस शरीर में मुख्य रूप से निम्नलिखित तरीकों से प्रवेश करता है:

  1. सांस के जरिए: हवा में मौजूद फंगस के स्पोर्स (बीजाणु) सांस के जरिए अंदर जाते हैं।
  2. कट या घाव के जरिए: त्वचा पर चोट या घाव होने पर यह संक्रमण फैल सकता है।

ब्लैक फंगस से प्रभावित व्यक्ति

यह संक्रमण कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को अधिक प्रभावित करता है, जैसे:

  1. डायबिटीज के मरीज।
  2. कोविड-19 से संक्रमित या ठीक हुए मरीज।
  3. स्टेरॉइड का अत्यधिक उपयोग करने वाले।
  4. कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लोग।

ब्लैक फंगस का इलाज

  1. एंटी-फंगल दवाइयां:
    • एम्फोटेरिसिन-बी (Amphotericin B) नामक दवा का उपयोग किया जाता है।
  2. सर्जरी:
    • संक्रमित क्षेत्र को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
  3. मरीज की प्रतिरक्षा मजबूत करना:
    • डायबिटीज को नियंत्रित करना।
    • स्टेरॉइड का सीमित उपयोग।

ब्लैक फंगस से बचाव के उपाय

  1. साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  2. डायबिटीज को नियंत्रित रखें।
  3. कोविड-19 के दौरान स्टेरॉइड का सावधानीपूर्वक उपयोग करें।
  4. नमी वाली जगहों पर जाने से बचें।

 ब्लैक फंगस एक नार्मल फंगस है जोकि हमारे आसपास हमेशा से रहता है| अरे ये वही है जिसको हम फफूंदी भी कहते हैं, जो कभी रोटी में लग जाता है, कभी ब्रेड में और भी बहुत सी खाने वाली चीजों में लग जाता है| अगर हम अपना कपड़ा एक महीने के लिए रख दें और उसमे भी नमी रहेगी, तो उसमें भी ब्लैक फंगस लग जायेगा|

किसको कर रहा है ये ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) इन्फेक्टेड

ब्लैक फंगस उन्ही को ज्यादा हो रहा है जिनका इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) बहुत कमजोर है | जैसे कि कोरोना के मरीज क्योंकि जब कोरोना हुआ होता है तो डॉक्टर्स मरीजों को स्टेरॉयड लगाते हैं| स्टेरॉयड हमारे शरीर को इतना कमजोर कर देता है कि हमारा शरीर इस मामूली से फंगस से नहीं लड़ पाता, जैसे एच.आई.वी. के मरीज इनका भी इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) कमजोर रहता है| और जिनको बहुत हाई शुगर रहता है उनका भी इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) कमजोर हो चुका रहता है| ऐसे लोगों में इसका खतरा ज्यादा रहता है|

इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) क्या है

इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) हमारे शरीर के अन्दर एक डिफेन्स सिस्टम होता है जोकि हमारे शरीर में अगर किसी वायरस, बैक्टीरिया या किसी भी रोग का अटैक होता है तो ये डिफेन्स सिस्टम अपने आप ही सक्रिय हो जाता है और बचाव करना शुरू कर देता है| सिंपल लफ्जों में कहें तो ये हमारे शरीर के अन्दर के वो सैनिक हैं जो किसी भी बाहरी नुकसानदेह रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं|

ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) शरीर में कहाँ से प्रवेश करता है

जब कोई कोरोना मरीज ज्यादा सीरियस हो जाता है तब उसको हैवी स्टेरॉयड देना मजबूरी है, जिससे कि उसका इम्यून कमजोर हो जाता है| जब उस मरीज को ऑक्सीजन दिया जाता है, तब ऑक्सीजन मास्क के जरिये नमीं आती है, क्योंकि ऑक्सीजन सिलिंडर के फ्यूल मीटर में पानी भी डाला जाता है| ये जो ब्लैक फंगस है ये हमेशा नमीं वाले जगह पे रहता है| इसके शरीर में प्रवेश करने का जरिया नाक होता है| तो ब्लैक फंगस नाक के जरिये शरीर में प्रवेश करता है|

ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) के लक्षण

  • ब्लैक फंगस हमेशा शरीर में नाक के रास्ते से एंट्री मारता है, हमारे नाक से पानी आने लगेगा, वो पानी हल्का भूरा रंग का होगा|
  • नाक के अन्दर देखेंगे तो हल्का-हल्का धब्बा धब्बा बनने लगेगा|
  • और मुंह से खांसी आने लगेगी|
  • बुखार और सिरदर्द होने लगेगा|
  • दांत और जबड़ों में दर्द होने लगेगा|
  • दिखने में दिक्कत होने लगेगा|
  • उल्टी में ब्लड आने लगेगा|
  • गाल की हड्डियों में दर्द और नाक के पास सुजन आ जाती है|
  • आँख लाल होने लगता है, और धीरे-धीरे ये आँख के रास्ते ब्रेन में जाने लगता है|

ध्यान रखिये आँख लाल होने पर हॉस्पिटल मत भागने लगिए, क्योंकि आँख लाल होना पहला लक्षण नहीं है| बारिश के मौसम में आँख लाल हो जाना आम बात है|

ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) की रोकथाम कैसें करें?

किसी भी बीमारी से बचने के और ठीक होने के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण दो तरीके हैं| पहला ये कि दवा टाइम पर खाते रहिये और दूसरा ये कि वो काम बिलकुल भी ना करिए जिससे उस बीमारी के बढ़ने का जरा सा भी खतरा हो यानि कि जिसे हम कहते हैं परहेज| जैसे बहुत से लोगों को डायबिटीज होती है तो उनको मीठी चीजें, चावल, आलू ऐसी चीजें चीजें खाने का मन करता है जिससे उनकी समस्या और बढ़ जाती है, तो ऐसा बिलकुल भी मत करिए| ऐसी चीजों से कुछ दिन दूरी बनाये रखें| अगर आपको ब्लैक फंगस से बचना है तो इन बातों को हमेशा ध्यान में रखें|

  • ब्लैक फंगस से बचने के लिए डायबिटीज को कण्ट्रोल में रखे|
  • प्रदुषण वाली जगहों पर नाक और मुंह ढक कर जाये|
  • अगर बागबानी का शौक है तो मिट्टी और खाद छूते टाइम ग्लव्स और जूतों का इस्तेमाल करें|
  • बाहर निकलने से बचें, लोगों के संपर्क में आने से बचें, क्योंकि ध्यान रहे ब्लैक फंगस ज्यादातर कोरोना मरीजों पर अटैक कर रहा है|

ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) का उपचार

ब्लैक फंगस में डॉक्टर्स अमूमन एंटी फंगल दवाइयां देते हैं लेकिन कई मामलों में सर्जरी की नौबत भी आ जाती है| इलाज के टाइम सबसे बड़ी ज़रुरत होती है डायबिटीज पर नियंत्रण, इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को कमजोर करने वाली दवाइयों पर रोक, इलाज के दौरान शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए एंटी फंगल दवाइयां देने से पहले नार्मल सेलाइन भी दिया जाता है| इलाज 4 से 6 हफ्ते तक चलता है|

ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) का इलाज कौन करता है

कोरोना के साथ ब्लैक फंगस की चपेट में आये मरीजों के इलाज में डॉक्टर्स की पूरी टीम लगती है, जिसमें माइक्रोबायोलॉजिस्ट, इंटर्नल मेडिसिन स्पेशलिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, ई.एन.टी. स्पेशलिस्ट, डेंटिस्ट और सर्जन शामिल होते हैं|

ब्लैक फंगस, जिसे म्यूकोर्मिकोसिस भी कहा जाता है, एक गंभीर और जानलेवा फंगल संक्रमण है जो म्यूकोर्मिकोसिस नामक फंगस के कारण होता है। यह संक्रमण आमतौर पर नाक, आंखों और मस्तिष्क में होता है, लेकिन यह अन्य अंगों में भी फैल सकता है।

ब्लैक फंगस के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

- नाक से खून बहना
- आंखों में दर्द और सूजन
- दृष्टि में कमी
- सिरदर्द
- बुखार
- सांस लेने में कठिनाई

ब्लैक फंगस के कारणों में शामिल हो सकते हैं:

- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
- मधुमेह
- कैंसर
- स्टेरॉयड का उपयोग
- कोविड-19 संक्रमण

ब्लैक फंगस का इलाज आमतौर पर एंटिफंगल दवाओं के साथ किया जाता है, लेकिन यह संक्रमण बहुत गंभीर हो सकता है और इसके लिए तुरंत चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष

ब्लैक फंगस एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे समय पर पहचानकर और सही इलाज से ठीक किया जा सकता है। जो लोग पहले से ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।

 

मन काबू में क्यों नहीं रहता हैं?


#मन व #माइन्ड व #शरीर
#मन व #माइन्ड व #शरीर

मन को काबू में रखना कई लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। यह समस्या मन के स्वभाव, विचारों की तीव्रता, और बाहरी परिस्थितियों के कारण हो सकती है। नीचे मन को नियंत्रण में रखने के मनोवैज्ञानिक, योगिक, वैदिक, और अन्य उपायों पर विस्तृत जानकारी दी गई है:

मन हमेशा स्थिर क्यों नहीं रहता, इसका कारण हमारी मानसिक स्थिति और बाहरी वातावरण में बदलाव है। मन अक्सर बदलते विचारों, भावनाओं, और परिस्थितियों से प्रभावित होता है। जब हम किसी समस्या या तनाव में होते हैं, तो मन स्थिर नहीं रहता और हम इसे नियंत्रित करने में कठिनाई महसूस करते हैं।


1. मनोवैज्ञानिक उपाय

  • स्व-विवेचन (Self-Reflection):
    अपने विचारों और भावनाओं को समझने का प्रयास करें। हर दिन अपने मन की स्थिति का विश्लेषण करें और यह जानने की कोशिश करें कि कौन-से विचार या भावनाएं आपको विचलित कर रही हैं।
  • ध्यान और एकाग्रता:
    ध्यान (Meditation) नियमित रूप से करें। यह आपके विचारों को स्थिर करने और मन को शांत रखने में सहायक है।
  • सकारात्मक सोच (Positive Thinking):
    नकारात्मक विचारों को पहचानें और उन्हें सकारात्मक विचारों से बदलें।
  • मन का डायवर्जन:
    जब मन अत्यधिक विचलित हो, तब उसे किसी रचनात्मक गतिविधि, जैसे कला, संगीत, लेखन या खेल, में लगाएं।
  • मनोचिकित्सा (Therapy):
    यदि मन की बेचैनी गहरी है, तो एक पेशेवर मनोवैज्ञानिक या काउंसलर से सलाह लें।
  • Man ko Shant Kaise Kare – दिमाग काबू में करने के उपाय
  • अपने आप से प्यार करे – Love Yourself. ...
  • श्वास व्यायाम – Meditation. ...
  • हमेशा खुश रहे – Be Happy. ...
  • सकारात्मक सोचे – Think positively. ...
  • शारीरिक व्यायाम – Physical exercise. ...
  • पूरी नींद ले – Get Enough Sleep. ...
  • अपने पसंद के गाने सुने – Listen Favorite Songs.
  •  

2. योगिक उपाय

  • प्राणायाम (Breathing Techniques):अनुलोम-विलोम: यह श्वसन तकनीक मानसिक शांति प्रदान करती है।भ्रामरी प्राणायाम: यह मन के तनाव और अशांति को कम करने में मदद करता है।
  • ध्यान (Meditation):
    मन को वर्तमान क्षण में स्थिर करने के लिए ध्यान अत्यंत प्रभावी है।
  • योगासन:बालासन (Child Pose): यह मन को शांत करता है।शवासन (Corpse Pose): यह तनाव को दूर करता है और मन को शांति प्रदान करता है।
  • जप योग:
    "ओम्" या किसी अन्य मंत्र का उच्चारण करने से मानसिक एकाग्रता बढ़ती है।

3. वैदिक उपाय

  • मंत्र जाप:गायत्री मंत्र: यह मंत्र मन को पवित्र और शक्तिशाली बनाता है।महामृत्युंजय मंत्र: यह मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है।
  • हवन और यज्ञ:
    हवन के माध्यम से मन को शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भरने का प्रयास करें।
  • पवित्र ग्रंथों का अध्ययन:
    भगवद्गीता, रामायण, या उपनिषद जैसे ग्रंथों का नियमित पाठ करें।
  • ज्योतिषीय उपाय:
    अपने कुंडली के अनुसार ग्रहों के शांति उपाय करें।

4. अन्य उपाय

  • सात्विक आहार:
    ऐसा भोजन ग्रहण करें जो सात्विक हो और मन को शांत रखे, जैसे फल, सब्जियां, और हल्का मसालेदार भोजन।
  • प्रकृति में समय बिताना:
    प्राकृतिक वातावरण में रहना, जैसे बगीचे में टहलना या पहाड़ों की यात्रा करना, मन को शांति प्रदान करता है।
  • संगति का ध्यान:
    सकारात्मक और प्रेरणादायक लोगों की संगति में रहें।
  • डिजिटल डिटॉक्स:
    मोबाइल, टीवी, और सोशल मीडिया का सीमित उपयोग करें।
  • रोने से दिमाग को तरोताजा करने में मदद मिलती है, जिससे आपको यह सोचने की ऊर्जा मिलती है कि आपको आगे क्या करना है। जब आप रोते हैं तो आपका शरीर तनाव हार्मोन और एंडोर्फिन जारी करता है। इसके बाद निकलने वाले फील-गुड एंडोर्फिन शारीरिक राहत देते हैं, जिससे आपको आराम मिलता है।

मन को नियंत्रण में रखना एक जटिल और बहुस्तरीय प्रक्रिया है, जिसमें कई मनोवैज्ञानिक, योगिक, वैदिक और अन्य उपाय शामिल हो सकते हैं। यहाँ कुछ मुख्य कारण और उपाय दिए गए हैं:

मन को नियंत्रण में रखने में समस्याएँ

1. अनियंत्रित विचार: मन में अनियंत्रित विचार और भावनाएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जो हमारे व्यवहार और निर्णयों को प्रभावित कर सकती हैं।

2. तनाव और चिंता: तनाव और चिंता के कारण मन अस्थिर और अनियंत्रित हो सकता है।

3. आदतें और वृत्तियाँ: हमारी आदतें और वृत्तियाँ हमारे मन को प्रभावित कर सकती हैं और उसे नियंत्रण से बाहर कर सकती हैं।

4. बाहरी प्रभाव: बाहरी प्रभाव, जैसे कि सोशल मीडिया, टीवी, और अन्य मीडिया, हमारे मन को प्रभावित कर सकते हैं और उसे नियंत्रण से बाहर कर सकते हैं.

मनोवैज्ञानिक उपाय

1. ध्यान और मेडिटेशन: ध्यान और मेडिटेशन हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकते हैं।

2. संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी: संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी हमारे विचारों और व्यवहारों को बदलने में मदद कर सकती है।

3. आत्म-निरीक्षण: आत्म-निरीक्षण हमें अपने विचारों और भावनाओं को समझने में मदद कर सकता है।

4. सकारात्मक सोच: सकारात्मक सोच हमारे मन को सकारात्मक और आशावादी बनाने में मदद कर सकती है.

योगिक उपाय

1. योग आसन: योग आसन हमारे शरीर और मन को संतुलित और शांत करने में मदद कर सकते हैं।

2. प्राणायाम: प्राणायाम हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकता है।

3. ध्यान और समाधि: ध्यान और समाधि हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकते हैं।

4. योग निद्रा: योग निद्रा हमारे मन को शांत और आराम करने में मदद कर सकती है.

वैदिक उपाय

1. मंत्र जाप: मंत्र जाप हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकता है।

2. पूजा और आराधना: पूजा और आराधना हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकती है।

3. वेदों का अध्ययन: वेदों का अध्ययन हमें जीवन के मूल्यों और उद्देश्यों को समझने में मदद कर सकता है।

4. संस्कार और अनुष्ठान: संस्कार और अनुष्ठान हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकते हैं.

अन्य उपाय

1. व्यायाम और शारीरिक गतिविधि: व्यायाम और शारीरिक गतिविधि हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकती है।

2. संगीत और कला: संगीत और कला हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकते हैं।

3. प्रकृति और पर्यावरण: प्रकृति और पर्यावरण हमारे मन को शांत और एकाग्र करने में मदद कर सकते हैं।

रनिंग, वॉकिंग, योगा क्लास, एक्सरसाइज दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करते हैं और आपको तनाव मुक्त भी रखते हैं. रीडिंग हैबिट: अगर आप रोजाना कोई बुक, नॉवेल या स्टोरी पढ़ते हैं तो यह आपको तनाव से दूर ले जाता है. दिन में कुछ वक्त पढ़ने से माइंड टेंशन और स्ट्रेस से बचता है और वह काफी तेज तरीके से काम करता है.

4. **आत्म-सहायता और

मन काबू में न रहने की वजहें कई हो सकती हैं, जैसे कि तनाव, अनजाने में काम से जुड़े विचार न आना, या दिमाग में हर समय विचारों का प्रवाह होना: 

  • तनाव: तनाव मन को भटकाने का एक अहम कारण है. तनावग्रस्त होने पर मन भविष्य की चिंताओं या समस्याओं के बारे में सोचने लगता है.
  • काम से जुड़े विचार न आना: जब मन को करने का काम दिलचस्प नहीं लगता, तो वह सोचने के लिए कुछ और दिलचस्प चीज़ों की तलाश करता है.
  • दौड़ता हुआ दिमाग: दिमाग में हर समय विचारों का प्रवाह होना एक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है. इस अवस्था में व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उसके दिमाग में कई टैब खुले हैं और सभी एक ही समय में उसका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं.
  • मन को काबू में करने के लिए ये उपाय अपनाए जा सकते हैं: शाकाहारी भोजन करें.
    • कम मसाले और कम तेल का भोजन करें.
    • नींद पूरी लें.
    • रोज़ योग करें.
    • हर दिन मेडिटेशन करें.
    • अपने लक्ष्य पर ध्यान दें.
    • अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्लान तैयार करें.
    • काम को बीच में न छोड़ें.
    • अपने पास कागज़ और पेंसिल रखें.
    • अगर कोई विचार या काम ध्यान आता है, तो उसे बाद के लिए लिख

     समाप्ति विचार

    मन को काबू में रखना एक सतत प्रक्रिया है। यह धीरे-धीरे संभव है, जब आप इन उपायों को नियमित रूप से अपनाते हैं। मन का स्वभाव चंचल होता है, लेकिन सही दिशा में प्रयास करने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

    आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर इन उपायों में से कौन-सा आपके लिए प्रभावी रहेगा, यह आपकी प्राथमिकताओं और जीवनशैली पर निर्भर करता है।

    मंगलवार, 10 दिसंबर 2024

    100 सुविचार देने का कष्ट करें एवं मृत्यु के बाद भी पुण्य कमाने के उपाय बतायें

     100 सुविचार देने का कष्ट करें  एवं  मृत्यु के बाद भी पुण्य कमाने के उपाय बतायें

    सुविचार सदविचार अच्छे विचार
    सुविचार सदविचार अच्छे विचार

     

     1:- जीवन में वो ही व्यक्ति असफल होते है, जो सोचते है पर करते नहीं ।

    2 :- भगवान के भरोसे मत बैठिये क्या पता भगवान आपके भरोसे बैठा हो…

    3 :- सफलता का आधार है सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास !!!

    4 :- अतीत के ग़ुलाम नहीं बल्कि भविष्य के निर्माता बनो…

    5 :- मेहनत इतनी खामोशी से करो की सफलता शोर मचा दे…

    6 :- कामयाब होने के लिए अकेले ही आगे बढ़ना पड़ता है, लोग तो पीछे तब आते है जब हम कामयाब होने लगते है.

    7 :- छोड़ दो किस्मत की लकीरों पे यकीन करना, जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ है…

    8 :- यदि हार की कोई संभावना ना हो तो जीत का कोई अर्थ नहीं है…

    9 :- समस्या का नहीं समाधान का हिस्सा बने…

    10 :- जिनको सपने देखना अच्छा लगता है उन्हें रात छोटी लगती है और जिनको सपने पूरा करना अच्छा लगता है उनको दिन छोटा लगता है…

    11 :- आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते पर आप अपनी आदतें बदल सकते है और निशचित रूप से आपकी आदतें आपका भविष्य बदल देगी !

    12 :- एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जानें के बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को ज़िंदगी कहते है !!!

    13 :- वो सपने सच नहीं होते जो सोते वक्त देखें जाते है, सपने वो सच होते है जिनके लिए आप सोना छोड़ देते है…

    14 :- सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है !!!

    15 :- जिनके इरादे बुलंद हो वो सड़कों की नहीं आसमानो की बातें करते है…

    16 :- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं…

    17 :- मैं तुरंत नहीं लेकिन निश्चित रूप से जीतूंगा…

    18 :- सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगें लोग…

    19 :- आशावादी हर आपत्तियों में भी अवसर देखता है और निराशावादी बहाने !!!

    20 :- आप में शुरू करने की हिम्मत है तो, आप में सफल होने के लिए भी हिम्मत है…

    21 :- सच्चाई वो दिया है जिसे अगर पहाड़ की चोटी पर भी रख दो तो बेशक रोशनी कम करे पर दिखाई बहुत दूर से भी देता है.

    22 :- संघर्ष में आदमी अकेला होता है, सफलता में दुनिया उसके साथ होती है ! जिस जिस पर ये जग हँसा है उसी उसी ने इतिहास रचा है.

    23 :- खोये हुये हम खुद है और ढूढ़ते ख़ुदा को है !!!

    24 :- कामयाब लोग अपने फैसले से दुनिया बदल देते है और नाकामयाब लोग दुनिया के डर से अपने फैसले बदल लेते है…

    25 :- भाग्य को और दूसरों को दोष क्यों देना जब सपने हमारे है तो कोशिशें भी हमारी होनी चाहियें !!!

    26 :- यदि मनुष्य सीखना चाहे तो उसकी प्रत्येक भूल उसे कुछ न कुछ सिखा देती है !!!

    27 :- झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते है तरक्की के बाज़ की उड़ान में कभी आवाज़ नहीं होती…

    28 :- समस्या का सामना करें, भागे नहीं, तभी उसे सुलझा सकते हैं…

    29 :- परिवर्तन से डरना और संघर्ष से कतराना मनुष्य की सबसे बड़ी कायरता है.

    30 :- सुंदरता और सरलता की तलाश चाहे हम सारी दुनिया घूम के कर लें लेकिन अगर वो हमारे अंदर नहीं तो फिर सारी दुनिया में कहीं नहीं है.

    31 :- ना किसी से ईर्ष्या ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी मंज़िलें मेरी अपनी दौड़…

    32 :- ये सोच है हम इंसानों की कि एक अकेला क्या कर सकता है, पर देख ज़रा उस सूरज को वो अकेला ही तो चमकता है !!!

    33 :- लगातार हो रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि कभी कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल देती है…

    34 :- जल्द मिलने वाली चीजें ज्यादा दिन तक नहीं चलती और जो चीजें ज्यादा दिन तक चलती है वो जल्दी नहीं मिलती है.

    35 :- इंसान तब समझदार नहीं होता जब वो बड़ी बड़ी बातें करने लगे, बल्कि समझदार तब होता है जब वो छोटी छोटी बातें समझने लगे…

    36 :- सेवा सभी की करना मगर आशा किसी से भी ना रखना क्योंकि सेवा का वास्तविक मूल्य नही दे सकते है,

    37 :- मुश्किल वक्त का सबसे बड़ा सहारा है “उम्मीद” !! जो एक प्यारी सी मुस्कान दे कर कानों में धीरे से कहती है “सब अच्छा होगा” !!

    38 :- दुनिया में कोई काम असंभव नहीं, बस हौसला और मेहनत की जरुरत है !!!

    39 :- वक्त आपका है चाहे तो सोना बना लो और चाहे तो सोने में गुजार दो, दुनिया आपके उदाहरण से बदलेगी आपकी राय से नहीं…

    40 :- बदलाव लाने के लिए स्वयं को बदले…

    41 :- सफल व्यक्ति लोगों को सफल होते देखना चाहते है, जबकि असफल व्यक्ति लोगों को असफल होते देखना चाहते है…

    42 :- घड़ी सुधारने वाले मिल जाते है लेकिन समय खुद सुधारना पड़ता है !!!

    43 :- दुनिया में सब चीज मिल जाती है केवल अपनी ग़लती नहीं मिलती…

    44 :- क्रोध और आंधी दोनों बराबर… शांत होने के बाद ही पता चलता है की कितना नुकसान हुवा…

    45 :- चाँद पे निशान लगाओ, अगर आप चुके तो सितारों पे तो जररू लगेगा !!!

    46 :- गरीबी और समृद्धि दोनों विचार का परिणाम है…

    47 :- पसंदीदा कार्य हमेशा सफलता, शांति और आनंद ही देता है…

    48 :- जब हौसला बना ही लिया ऊँची उड़ान का तो कद नापना बेकार है आसमान का…

    49 :- अपनी कल्पना को जीवन का मार्गदर्शक बनाए अपने अतीत को नहीं…

    50 :- समय न लागओ तय करने में आपको क्या करना है, वरना समय तय कर लेगा की आपका क्या करना है.

    51 :- अगर तुम उस वक्त मुस्कुरा सकते हो जब तुम पूरी तरह टूट चुके हो तो यकीन कर लो कि दुनिया में तुम्हें कभी कोई तोड़ नहीं सकता !!!

    52 :- कल्पना के बाद उस पर अमल ज़रुर करना चाहिए। सीढ़ियों को देखते रहना ही पर्याप्त नहीं है, उन पर चढ़ना भी ज़रुरी है।

    53 :- हमें जीवन में भले ही हार का सामना करना पड़ जाये पर जीवन से कभी नहीं हारना चाहिए…

    54 :- सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, मेरी मंज़िल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है !!!

    55 :- हजारों मील के सफ़र की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है…

    56 :- मनुष्य वही श्रेष्ठ माना जाएगा जो कठिनाई में अपनी राह निकालता है ।

    57 :- पुरुषार्थ से असंभव कार्य भी संभव हो जाता है…

    58 :- प्रतिबद्ध मन को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है, पर अंत में उसे अपने परिश्रम का फल मिलेगा ।

    59 :- असंभव समझे जाने वाला कार्य संभव करके दिखाये, उसे ही प्रतिभा कहते हैं ।

    60 :- आने वाले कल को सुधारने के लिए बीते हुए कल से शिक्षा लीजिए…

    61 :- जो हमेशा कहे मेरे पास समय नहीं है, असल में वह व्यस्त नहीं बल्कि अस्त-व्यस्त है ।

    62 :- कठिनाइयाँ मनुष्य के पुरुषार्थ को जगाने आती हैं…

    63 :- क्रोध वह हवा है जो बुद्धि के दीप को बुझा देती है ।
    64 :- आपका भविष्य उससे बनता है जो आप आज करते हैं, उससे नहीं जो आप कल करेंगे…

    65 :- बन सहारा बे सहारों के लिए बन किनारा बे किनारों के लिए, जो जिये अपने लिए तो क्या जिये जी सको तो जियो हजारों के लिए ।

    66 :- चाहे हजार बार नाकामयाबी हो, कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ लगे रहोगे तो अवश्य सफलता तुम्हारी है…

    67 :- खुद की तरक्की में इतना समय लगा दो, कि किसी और की बुराई का वक्त ही ना मिले !!!

    68 :- प्रगति बदलाव के बिना असंभव है, और जो अपनी सोच नहीं बदल सकते वो कुछ नहीं बदल सकते…

    69 :- खुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी, लेकिन खुश होकर काम करोगे, तो ख़ुशी और सफलता दोनों ही मिलेगी ।

    70 :- पराजय तब नहीं होती जब आप गिर जाते हैं, पराजय तब होती है जब आप उठने से इनकार कर देते हैं|
     

     

    यहाँ आपके लिए 100 प्रेरणादायक सुविचार दिए गए हैं, जो जीवन में सकारात्मकता और प्रेरणा प्रदान करेंगे:


    प्रेरणा और सफलता पर सुविचार

    1. हर कठिनाई में एक अवसर छिपा होता है, बस उसे पहचानने की दृष्टि चाहिए।
    2. अगर आपके सपने आपको डराते नहीं हैं, तो वे पर्याप्त बड़े नहीं हैं।
    3. सफलता उन्हीं को मिलती है, जो असफलताओं से हार नहीं मानते।
    4. जीतने के लिए इच्छाशक्ति और हारने के लिए हिम्मत चाहिए।
    5. असफलता से डरना नहीं, यह सीखने का एक और मौका है।
    6. कोशिश करना बंद कर देना, असफलता की सबसे बड़ी पहचान है।
    7. आज जो आप कर रहे हैं, वही कल आपका भविष्य तय करेगा।
    8. मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
    9. खुद पर भरोसा करना ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है।
    10. सपने देखने वालों के लिए असंभव कुछ भी नहीं है।

    सकारात्मक सोच और आत्म-निर्भरता पर सुविचार

    1. जब आप खुद पर विश्वास करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं लगता।
    2. सकारात्मक सोच जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।
    3. सफलता हमेशा दूसरों से पहले खुद पर विश्वास करने से शुरू होती है।
    4. आपका दृष्टिकोण आपकी सफलता की दिशा तय करता है।
    5. खुशी आपके दृष्टिकोण का परिणाम है, परिस्थितियों का नहीं।
    6. विश्वास से बड़ी कोई औषधि नहीं।
    7. जीवन में वही पाते हैं, जो आप दूसरों को देते हैं।
    8. सोच को बदलें, आपकी दुनिया बदल जाएगी।
    9. अपने अंदर की रोशनी को पहचानें और उसे दूसरों तक पहुँचाएं।
    10. अपनी तुलना दूसरों से मत करें, बल्कि अपनी तुलना अपने पिछले प्रदर्शन से करें।

    मेहनत और लगन पर सुविचार

    1. सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए मेहनत की पहली सीढ़ी पार करनी पड़ती है।
    2. हर दिन को अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन बनाएं।
    3. मेहनत से बड़ा कोई गुरु नहीं।
    4. जो मेहनत से डरते हैं, उन्हें सफलता दूर से सलाम करती है।
    5. आपकी मेहनत ही आपकी पहचान है।
    6. जितना अधिक आप प्रयास करेंगे, उतना ही करीब आप अपने लक्ष्य के होंगे।
    7. बिना मेहनत के सफलता केवल एक सपना है।
    8. मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।
    9. रास्ते में रुकावटें होंगी, लेकिन मेहनत आपको मंजिल तक पहुँचाएगी।
    10. आपका हर छोटा कदम बड़ी सफलता की ओर ले जाता है।

    समय और लक्ष्य पर सुविचार

    1. समय की कद्र करो, यह एक बार जाता है तो लौटकर नहीं आता।
    2. जो लोग अपने समय का सम्मान करते हैं, समय उनका सम्मान करता है।
    3. लक्ष्य के बिना जीवन एक बिना पतवार की नाव की तरह है।
    4. समय के साथ चलने वाले लोग हमेशा आगे रहते हैं।
    5. अपने समय को सही दिशा में लगाएं, यही सबसे बड़ी पूँजी है।
    6. आज का किया हुआ काम कल की सफलता तय करता है।
    7. समय कभी रुकता नहीं, इसलिए इसे व्यर्थ मत जाने दो।
    8. लक्ष्य बड़ा हो तो मेहनत और भी बड़ी होनी चाहिए।
    9. आज के फैसले आपका कल तय करेंगे।
    10. छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उन्हें पूरा करें, बड़ी सफलता खुद-ब-खुद मिलेगी।

    आत्मविश्वास और नेतृत्व पर सुविचार

    1. आत्मविश्वास के बिना आप कुछ भी नहीं कर सकते।
    2. अपने डर का सामना करें, वही आपकी ताकत बन जाएगा।
    3. आपकी सबसे बड़ी संपत्ति आपका आत्म-विश्वास है।
    4. खुद को समझने वाला इंसान ही दुनिया को समझ सकता है।
    5. नेतृत्व का मतलब खुद को प्रेरित करना है।
    6. जीतने वाले लोग खुद पर भरोसा करते हैं, हारने वाले दूसरों पर।
    7. अपने काम पर विश्वास रखें, दूसरों की राय पर नहीं।
    8. कठिन परिस्थितियाँ ही अच्छे नेताओं का निर्माण करती हैं।
    9. डर को हराना ही साहस की असली परिभाषा है।
    10. आत्मनिर्भर बनो, दूसरों पर निर्भरता आपकी सफलता को सीमित कर सकती है।

    अतीत, वर्तमान, और भविष्य पर सुविचार

    1. अतीत को भूलकर वर्तमान में जियो और भविष्य का निर्माण करो।
    2. समय आपका है, इसे व्यर्थ मत जाने दो।
    3. बीते हुए कल को सुधार नहीं सकते, लेकिन आने वाला कल बना सकते हैं।
    4. अपने अतीत की गलतियों से सीखें, लेकिन उसमें न अटकें।
    5. आज का कार्य ही आपका भविष्य तय करेगा।
    6. अतीत का सम्मान करें, लेकिन वर्तमान में जिएं।
    7. हर नया दिन एक नया अवसर लेकर आता है।
    8. अपने वर्तमान को मजबूत करें, आपका भविष्य खुद मजबूत हो जाएगा।
    9. भविष्य की चिंता मत करो, बल्कि आज की जिम्मेदारी निभाओ।
    10. जीवन एक चलती गाड़ी है, पीछे मुड़कर मत देखो।

    प्रेरक विचार जीवन के संघर्षों पर

    1. संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
    2. जीवन की सबसे बड़ी शिक्षा संघर्ष से मिलती है।
    3. संघर्ष ही आपको सफलता की ओर ले जाता है।
    4. हार मान लेना सबसे बड़ी असफलता है।
    5. मुश्किलों से भागना आपको कमजोर बनाता है।
    6. हर संघर्ष आपको मजबूत बनाता है।
    7. आपके संघर्ष ही आपकी सफलता की कहानी बनेंगे।
    8. समस्याओं को हल करने का नाम ही जीवन है।
    9. अगर गिरने से डरते हो, तो सफलता का सपना मत देखो।
    10. संघर्ष आपके अंदर छिपी ताकत को जाग्रत करता है।

    जीवन और सोच पर सुविचार

    1. जीवन में सही निर्णय लेना जरूरी है, लेकिन उससे भी जरूरी है उन्हें सही साबित करना।
    2. जिंदगी एक अवसर है, इसे भरपूर जीएं।
    3. जो लोग हमेशा सीखने की कोशिश करते हैं, वे कभी हारते नहीं।
    4. हर दिन एक नई शुरुआत है।
    5. जब तक आप खुद को नहीं बदलते, दुनिया नहीं बदलती।
    6. अपने विचारों को बदलें, आपका जीवन बदल जाएगा।
    7. हर स्थिति में एक अच्छा पक्ष देखने की आदत डालें।
    8. जीवन एक सफर है, मंजिल तक पहुँचने का आनंद लें।
    9. बदलाव जीवन का नियम है, इसे अपनाना सीखें।
    10. जैसा आप सोचते हैं, वैसा ही आप बनते हैं।

    अन्य प्रेरक विचार

    1. उम्मीद वह शक्ति है, जो कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आगे बढ़ाती है।
    2. दूसरों के लिए प्रेरणा बनें।
    3. छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लें।
    4. हर समस्या का समाधान आपके पास ही है।
    5. खुश रहना एक कला है, इसे अपनाएं।
    6. आपका व्यक्तित्व आपकी सबसे बड़ी ताकत है।
    7. सफलता कोई मंजिल नहीं, यह एक यात्रा है।
    8. असंभव कुछ भी नहीं है।
    9. जीवन को जटिल न बनाएं, इसे सरलता से जिएं।
    10. सच्ची खुशी दूसरों की मदद में है।
    11. धैर्य रखें, समय सब ठीक कर देगा।
    12. गलतियों से घबराएं नहीं, यह सीखने का माध्यम हैं।
    13. अच्छा सोचें, अच्छा करें, और अच्छा पाएँ।
    14. जीवन में विश्वास बनाए रखें।
    15. सच्चा ज्ञान विनम्रता से आता है।
    16. दूसरों को सम्मान दें, यही आपकी असली पहचान है।
    17. सफलता केवल मेहनत की साथी है।
    18. दूसरों को देखकर अपनी तुलना न करें।
    19. सही मार्ग पर चलने का साहस रखें।
    20. हर दिन को एक नई उम्मीद के साथ शुरू करें।

    इन सुविचारों से जीवन में प्रेरणा, सकारात्मकता और संतुलन लाने में मदद मिलेगी।

    1. जीवन में विजेता कुछ अलग नहीं करते परंतु वह चीजों को ही अलग तरीके से करते हैं।

    2. सफलता का एकमात्र उपाय कड़ी मेहनत करना ही है।

    3. जब तक आप चीजों को अलग तरीके से नहीं देखते तब तक आप उसे अलग तरीके से नहीं कर सकते।

    4. कुछ कर सकने में सफलता आती है और कुछ ना कर सकने में असफलता आती है।

    5. अपने मिशन में सफल होने के लिए आपको अपने लक्ष्य के प्रति एक चित भाव से समर्पित होना पड़ेगा ।

     

    : मृत्यु के बाद भी पुण्य कमाने के 7 (सात) आसान उपाय ।

    (1)= किसी को धार्मिक ग्रन्थ भेंट करे जब भी कोई उसका पाठ करेगा आप
    को पुण्य मिलेगा ।
    (2)= एक व्हीलचेयर किसी अस्पताल मे दान करे जब भी कोई मरीज उसका उपयोग करेगा पुण्य आपको मिलेगा।
    (3)= किसी अन्नक्षेत्र के लिये मासिक ब्याज वाली एफ डी बनवादे जब भी उसकी ब्याज से कोई भोजन करेगा आपको पुण्य मिलेगा l
    (4)=किसी पब्लिक प्लेस पर वाटर कूलर लगवाएँ हमेशा पुण्य मिलेगा।
    (5)= किसी अनाथ को शिक्षित करो वह और उसकी पीढ़ियाँ भी आपको दुआ देगी तो आपको पुण्य मिलेगा।


    ✋ याद रहे औलाद तो अपना हक समझती है जरा भी कमी रह जाए तो मरणोपराँत भी गाली देती है कि हमारे लिये किया ही क्या।


    (6)= अपनी औलाद को परोपकारी बना सके तो सदैव पुण्य मिलता रहेगा।
    ( 7)= सबसे आसान है कि आप ये बाते औरों को बताये किसी एक ने भी अमल किया तो आपको पुण्य मिलेगा...

    मृत्यु के बाद भी पुण्य कमाने के कई उपाय सनातन धर्म, वेद, और पुराणों में बताए गए हैं। ये कार्य जीवित रहते हुए किए जाते हैं, लेकिन उनके फल मृत्यु के बाद भी व्यक्ति को लाभान्वित करते हैं। यहाँ 50 ऐसे आसान और प्रभावी उपाय दिए गए हैं:


    दान से पुण्य कमाने के उपाय

    1. जरूरतमंदों को भोजन कराना (अन्नदान)।
    2. प्यासे को पानी उपलब्ध कराना (जलदान)।
    3. धार्मिक स्थलों पर गौशाला के लिए धन या चारा दान।
    4. मंदिर, कुआं, या धर्मशाला बनवाना।
    5. निर्धन बच्चों को शिक्षा के लिए सहायता देना।
    6. पुस्तकें, पठन सामग्री, या शिक्षा सामग्री का दान।
    7. चिकित्सा के लिए गरीबों को आर्थिक मदद देना।
    8. धर्म ग्रंथों का दान।
    9. वस्त्र दान, विशेषकर सर्दियों में जरूरतमंदों को कंबल।
    10. अनाथालय या वृद्धाश्रम में दान।

    प्राकृतिक संरक्षण के उपाय

    1. वृक्षारोपण करना और दूसरों को प्रेरित करना।
    2. नदी, तालाब, और जल स्रोतों की सफाई में योगदान।
    3. पक्षियों के लिए पानी और दाने की व्यवस्था करना।
    4. पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना।
    5. फलदार वृक्ष लगाना।

    धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य

    1. मंदिर निर्माण या उसमें सहायता।
    2. धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन और वितरण।
    3. धार्मिक अनुष्ठान या यज्ञ का आयोजन।
    4. गरीबों के लिए तीर्थ यात्रा का प्रबंध करना।
    5. मंदिर में नियमित दीपक जलाना।
    6. वेदपाठ या भागवत कथा का आयोजन।
    7. धार्मिक स्थलों पर सेवा कार्य करना।
    8. गौशालाओं में गौमाता की सेवा।
    9. धार्मिक आयोजनों में आर्थिक सहायता।
    10. हरिनाम संकीर्तन या भजन मंडलियों का आयोजन।

    समाज सेवा के कार्य

    1. गरीबों की बेटियों के विवाह में मदद।
    2. दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद करना।
    3. बेघर लोगों को आश्रय दिलाने में सहयोग।
    4. विकलांग व्यक्तियों को उपकरण दान करना।
    5. रक्तदान करना।
    6. निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन।
    7. विधवा और बुजुर्गों की मदद करना।
    8. बीमार या असहाय व्यक्तियों की सेवा करना।
    9. सार्वजनिक शौचालय या स्नानघर बनवाना।
    10. आपदा राहत कार्यों में भाग लेना।

    शिक्षा और ज्ञान के प्रसार के उपाय

    1. छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करना।
    2. गरीब बच्चों के लिए स्कूल या लाइब्रेरी का निर्माण।
    3. धार्मिक और नैतिक शिक्षा का प्रचार।
    4. नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करना।
    5. विद्या और कौशल विकास केंद्र स्थापित करना।

    आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने के उपाय

    1. मरने के बाद अपनी देह का दान (अंगदान)।
    2. अन्नकूट, भंडारा, या सामूहिक भोजन का आयोजन।
    3. प्रतिदिन मंत्र जाप और उसके पुण्य का अर्पण।
    4. गरीबों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ देना।
    5. समाज में सद्भावना और प्रेम का प्रचार करना।

    पशु-पक्षियों की सेवा

    1. घायल पशुओं का उपचार कराना।
    2. गौशालाओं में गोवंश की देखभाल।
    3. लावारिस कुत्तों और बिल्लियों को भोजन कराना।
    4. जंगलों में जल स्रोत बनवाना।
    5. जंगली पशुओं और पक्षियों की सुरक्षा हेतु प्रयास करना।

    विशेष बात

    इन कार्यों का पुण्य मृत्यु के बाद भी मिलता है क्योंकि यह कार्य समाज, प्रकृति, और धर्म के प्रति आपकी सेवा और समर्पण को दर्शाते हैं। इन उपायों को जीवन में अपनाकर न केवल अपनी आत्मा का उत्थान किया जा सकता है, बल्कि मृत्यु के बाद भी अपने कर्मों के फल से संसार में अच्छाई का प्रसार किया जा सकता है।


    इनमें से कुछ उपाय चुनकर नियमित रूप से करते रहें। इससे आपका जीवन सार्थक बनेगा और मृत्यु के बाद भी आपकी पहचान एक पुण्यात्मा के रूप में बनी रहेगी।

     

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