जमीन बेचने के लिए टोटका
1.बुधवार के दिन एक अनार का पौधा उस भूमि या भवन में लगाए।
2. 7 शनिवार लगातार एक तेल का बड़ा दीपक भैरो जी के मंदिर मे जलाए।
3 .शनिवार को साबुत उड़द के 21 दानो पर सरसों का तेल लगाकर उस भूमि या भवन में फैंक दे।
4. आनेक्स की माला से कार्य सीधी के लिए ''ओम वक्र तुण्डाय नमः'' का 9 या 27 माला का जाप करे, कार्य सिद्ध होगा।
कष्टों को दूर करने का एक सटीक उपाय—
शास्त्रों के अनुसार सभी के कष्टों को दूर करने का एक सटीक उपाय बताया गया है - मछलियों को आटे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खिलाना ।
यदि आपकी कुंडली में कोई दोष या ग्रह बाधा हो तो यह उपाय काफी कारगर सिद्ध होता है । मछलियों को खाना खिलाना बहुत शुभ कर्म माना जाता है। इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था, इससे मछलियों का महत्व काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा सभी देवी-देवताओं और ग्रहों की कृपा प्राप्ति के लिए भी यह श्रेष्ठ उपाय है। हमेशा खुश और शांत रहने के लिए भी यह उपाय करना चाहिए ।
2. 7 शनिवार लगातार एक तेल का बड़ा दीपक भैरो जी के मंदिर मे जलाए।
3 .शनिवार को साबुत उड़द के 21 दानो पर सरसों का तेल लगाकर उस भूमि या भवन में फैंक दे।
4. आनेक्स की माला से कार्य सीधी के लिए ''ओम वक्र तुण्डाय नमः'' का 9 या 27 माला का जाप करे, कार्य सिद्ध होगा।
कष्टों को दूर करने का एक सटीक उपाय—
शास्त्रों के अनुसार सभी के कष्टों को दूर करने का एक सटीक उपाय बताया गया है - मछलियों को आटे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खिलाना ।
यदि आपकी कुंडली में कोई दोष या ग्रह बाधा हो तो यह उपाय काफी कारगर सिद्ध होता है । मछलियों को खाना खिलाना बहुत शुभ कर्म माना जाता है। इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था, इससे मछलियों का महत्व काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा सभी देवी-देवताओं और ग्रहों की कृपा प्राप्ति के लिए भी यह श्रेष्ठ उपाय है। हमेशा खुश और शांत रहने के लिए भी यह उपाय करना चाहिए ।
गाय को घास खिलाने से कष्ट दूर होते हैं !पंछियों को दाना डालने से रोजगार अच्छा चलता है !कुत्तों को रोटी देने से दुश्मन दूर भागते है !चींटियों को आहार देने से कर्जमुक्त रहते हैं, मछलियों को आटा गोली चुगाने से समृधि होते हैं !
जब भाग्य न दे साथ, करें यह टोटका---
कभी-कभी न चाहते हुए भी जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। भाग्य साथ ही नहीं देता है, बल्कि दुर्भाग्य निरन्तर पीछा करता रहता है। दुर्भाग्य से बचने के लिए या दुर्भाग्य नाश के लिए यहां एक अनुभूत टोटका बता रहे हैं। इसका बिना शंका के मन से पूर्ण आस्था के साथ करने से दुर्भाग्य का नाश होकर सौभाग्य वृद्धि होती है।
टोटका--
कभी-कभी न चाहते हुए भी जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। भाग्य साथ ही नहीं देता है, बल्कि दुर्भाग्य निरन्तर पीछा करता रहता है। दुर्भाग्य से बचने के लिए या दुर्भाग्य नाश के लिए यहां एक अनुभूत टोटका बता रहे हैं। इसका बिना शंका के मन से पूर्ण आस्था के साथ करने से दुर्भाग्य का नाश होकर सौभाग्य वृद्धि होती है।
टोटका--
सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले इस टोटके को करना है। एक रोटी लें। इस रोटी को अपने ऊपर से 31 बार ऊवार लें। प्रत्येक बार वारते समय इस मन्त्र का उच्चारण भी करें।
ऊँ दुभाग्यनाशिनी दुं दुर्गाय नम:
– बाद में रोटी को कुत्ते को खिला दें अथवा बहते पानी में बहा दें।
– यह अद्भुत प्रयोग है। इसके बाद आप देखेंगे कि किस्मत के दरवाजे आपके लिए खुल गए हैं। बिना शंका के इस प्रयोग को मन से करने से शीघ्र लाभ होता है।
– बाद में रोटी को कुत्ते को खिला दें अथवा बहते पानी में बहा दें।
– यह अद्भुत प्रयोग है। इसके बाद आप देखेंगे कि किस्मत के दरवाजे आपके लिए खुल गए हैं। बिना शंका के इस प्रयोग को मन से करने से शीघ्र लाभ होता है।
(2)-- कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जितनी भी मेहनत करें लेकिन उन्हें उसका फल नहीं मिलता। वे हमेशा पैसों की तंगी में ही जीते हैं। पैसा आता भी है तो तुरंत समाप्त हो जाता है। उनके घर में बरकत नहीं होती। ऐसे लोग हमेशा यही सोचते हैं किसी तरह से भी उसके घर की बरकत आ जाए और गरीबी दूर हो जाए। यदि आपके घर में भी बरकत नहीं है तो नीचे लिखे तांत्रिक प्रयोग को करने से आपकी यह समस्या दूर हो जाएगी।
उपाय--
सात कौडिय़ां व एक लघु शंख को मसूर की दाल की ढेरी पर स्थापित कर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके आसन पर बैठ जाएं। अब मूंगे की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। पांच माला जप होने पर इस सामग्री को किसी ऐसे स्थान पर जाकर गाढ़ दें जहां कोई आता-जाता न हो। आपकी गरीबी भी वहीं दफन हो जाएगी और आपके घर में बरकत होने लगेगी।
मंत्र- ऊँ गं गणपतये नम:
उपाय--
सात कौडिय़ां व एक लघु शंख को मसूर की दाल की ढेरी पर स्थापित कर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके आसन पर बैठ जाएं। अब मूंगे की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। पांच माला जप होने पर इस सामग्री को किसी ऐसे स्थान पर जाकर गाढ़ दें जहां कोई आता-जाता न हो। आपकी गरीबी भी वहीं दफन हो जाएगी और आपके घर में बरकत होने लगेगी।
मंत्र- ऊँ गं गणपतये नम:
लक्ष्मी के टोटके –
1 :- सुबह उठकर सबसे पहले घर की मालकिन अगर एक लोटा पानी घर के मुख्य द्वार पर डालती है तो घर में लक्ष्मी देवी के आने का रास्ता खुल जाता है।
2 :- अगर आप चाहते हैं कि घर में सुख-शांति बनी रहे तो हर एक अमावस के दिन घर की अच्छी तरह सफाई करके (बेकार सामान घर में न रखें) कच्ची लस्सी का छिंटा देकर 5 अगरबत्ती जलाइए।
3:- महीने में 2 बार किसी भी दिन घर में उपला जलाकर लोबान व गूगल की धूनी देने से घर में ऊपरी हवा का बचाव रहता है तथा बीमारी दूर होती है।
4 :- आपके घर में अगर अग्नि कोण में पानी की टंकी रखी हो तो घर में कर्ज व बीमारी कभी समाप्त नहीं होती है। इससे बचने के लिए इस कोने में एक लाल बल्ब जला दें, जो हर वक्त जलता रहे।
5 :- घर में पैसा रखने वाली अलमारी का मुंह उत्तर की तरफ रखें, ऐसा करने से घर में लक्ष्मी बढ़ती है।
6 :- किसी रोज संध्याकाल में गाय का कच्चा दूध मिट्टी के किसी बर्तन में भरकर बाएं हाथ से नजर लगे बच्चे के सर से सात बार उतारकर चौराहे पर रख आएं या किसी कुत्ते को पिला दें, नजर दोष दूर हो जाएगा ।
7 :- घर के किसी भी कार्य के लिए निकलते समय पहले विपरीत दिशा में 4 पग जाएं, इसके बाद कार्य पर चले जाएं, कार्य जरूर बनेगा।................
1 :- सुबह उठकर सबसे पहले घर की मालकिन अगर एक लोटा पानी घर के मुख्य द्वार पर डालती है तो घर में लक्ष्मी देवी के आने का रास्ता खुल जाता है।
2 :- अगर आप चाहते हैं कि घर में सुख-शांति बनी रहे तो हर एक अमावस के दिन घर की अच्छी तरह सफाई करके (बेकार सामान घर में न रखें) कच्ची लस्सी का छिंटा देकर 5 अगरबत्ती जलाइए।
3:- महीने में 2 बार किसी भी दिन घर में उपला जलाकर लोबान व गूगल की धूनी देने से घर में ऊपरी हवा का बचाव रहता है तथा बीमारी दूर होती है।
4 :- आपके घर में अगर अग्नि कोण में पानी की टंकी रखी हो तो घर में कर्ज व बीमारी कभी समाप्त नहीं होती है। इससे बचने के लिए इस कोने में एक लाल बल्ब जला दें, जो हर वक्त जलता रहे।
5 :- घर में पैसा रखने वाली अलमारी का मुंह उत्तर की तरफ रखें, ऐसा करने से घर में लक्ष्मी बढ़ती है।
6 :- किसी रोज संध्याकाल में गाय का कच्चा दूध मिट्टी के किसी बर्तन में भरकर बाएं हाथ से नजर लगे बच्चे के सर से सात बार उतारकर चौराहे पर रख आएं या किसी कुत्ते को पिला दें, नजर दोष दूर हो जाएगा ।
7 :- घर के किसी भी कार्य के लिए निकलते समय पहले विपरीत दिशा में 4 पग जाएं, इसके बाद कार्य पर चले जाएं, कार्य जरूर बनेगा।................
लक्ष्मी के उपाय--
1- जो व्यक्ति प्रत्येक बुधवार को 108 कमलगटटे के बीज लेकर घी के साथ एक-एक करके अग्नि में 108 आहुतियां देता है। उसके घर से दरिद्रता हमेशा के लिए चली जाती है।
2- जो पाठ के दौरान की माला अपने गले में धारण करता है उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
3- यदि रोज 108 कमल के बीजों से आहुति दें और ऐसा 21 दिन तक करें तो आने वाली कई पीढिय़ां सम्पन्न बनी रहती हैं।
4- यदि दुकान में कमल गट्टे की माला बिछा कर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार में कमी आ ही नहीं सकती। उसका व्यापार निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता रहता है।
5- कमल गट्टे की माला भगवती लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर किसी नदी या तालाब में विसर्जित करें तो उसके घर में निरंतर लक्ष्मी का आगमन बना रहता है।
लक्ष्मी सूक्त-- न क्रोधो न च मात्सर्य,न लोभो ना शुभामति: !
भवन्ति कृत पुण्यानां, भक्तानां सूक्त जापिनाम् ।।
1- जो व्यक्ति प्रत्येक बुधवार को 108 कमलगटटे के बीज लेकर घी के साथ एक-एक करके अग्नि में 108 आहुतियां देता है। उसके घर से दरिद्रता हमेशा के लिए चली जाती है।
2- जो पाठ के दौरान की माला अपने गले में धारण करता है उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
3- यदि रोज 108 कमल के बीजों से आहुति दें और ऐसा 21 दिन तक करें तो आने वाली कई पीढिय़ां सम्पन्न बनी रहती हैं।
4- यदि दुकान में कमल गट्टे की माला बिछा कर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार में कमी आ ही नहीं सकती। उसका व्यापार निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता रहता है।
5- कमल गट्टे की माला भगवती लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर किसी नदी या तालाब में विसर्जित करें तो उसके घर में निरंतर लक्ष्मी का आगमन बना रहता है।
लक्ष्मी सूक्त-- न क्रोधो न च मात्सर्य,न लोभो ना शुभामति: !
भवन्ति कृत पुण्यानां, भक्तानां सूक्त जापिनाम् ।।
मोर पंख से घर का वास्तु ठीक करने का उपाय---
मोर पंख का संबंध केवल श्रीकृष्ण से नहीं, बल्कि अन्य देवी-देवताओं से भी है। शास्त्रों के अनुसार मोर के पंखों में सभी देवी-देवताओं और सभी नौ ग्रहों का वास है। सही विधि से मोर पंख को घर में स्थापित किया जाए तो वास्तु दोष दूर होते हैं और कुंडली के सभी नौ ग्रहों के दोष भी शांत होते हैं।
यहां जानिए सभी नौ ग्रहों के दोष दूर करने के लिए मोर पंख के उपाय--
उपाय- यदि आप कुंडली में स्थित ग्रहों के बुरे प्रभाव दूर करना चाहते हैं या आपको मंगल शनि या राहु केतु बार-बार परेशान करते हों तो मोर पंख को 21 बार मंत्र सहित पानी के छीटे दीजिए। इसके बाद मोर पंख को घर में किसी श्रेष्ठ स्थान पर स्थापित कीजिए। यहां जानिए किस ग्रह के लिए कौन सा मंत्र जपना चाहिए...
(1)- सूर्य के लिए उपाय--
रविवार के दिन नौ मोर पंख ले कर आएं और पंख के नीचे मैरून रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ नौ सुपारियां रखें गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ सूर्याय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- दो नारियल सूर्य भगवान को अर्पित करें।
(2)- चंद्र के लिए उपाय--
सोमवार को आठ मोर पंख ले कर आएं, पंख के नीचे सफेद रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ आठ सुपारियां भी रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ सोमाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- पांच पान के पत्ते चंद्रमा को अर्पित करें। बर्फी का प्रसाद चढ़ाएं ।
(3)- मंगल के लिए उपाय--
मंगलवार को सात मोर पंख ले कर आएं, पंख के नीचे लाल रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ सात सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें...
ऊँ भू पुत्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- दो पीपल के पत्तों पर चावल रख कर मंगल देव को अर्पित करें। बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।
(4)- बुध के लिए उपाय--
बुधवार को छ: मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे हरे रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ छ: सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ बुधाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- जामुन बुद्ध ग्रह को अर्पित करें। केले के पत्ते पर रखकर मीठी रोटी का प्रसाद चढ़ाएं।
(5)- गुरु के लिए उपाय--
गुरुवार को पांच मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे पीले रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ पांच सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ ब्रहस्पते नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- ग्यारह केले बृहस्पति देवता को अर्पित करें। - बेसन का प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(6)- शुक्र के लिए उपाय--
शुक्रवार को चार मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे गुलाबी रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ चार सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ शुक्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- तीन मीठे पान शुक्र देवता को अर्पित करें। - गुड़-चने का प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(7)- शनि के लिए उपाय--
शनिवार को तीन मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे काले रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ तीन सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें !
ऊँ शनैश्वराय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- तीन मिटटी के दिये तेल सहित शनि देवता को अर्पित करें। - गुलाब जामुन या प्रसाद बना कर चढ़ाएं ।
(8)- राहु के लिए उपाय--
शनिवार को सूर्य उदय से पूर्व दो मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे भूरे रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ दो सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें !
ऊँ राहवे नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- चौमुखा दिया जला कर राहु को अर्पित करें। - कोई भी मीठा प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(9)- केतु के लिए उपाय--
शनिवार को सूर्य अस्त होने के बाद एक मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे स्लेटी रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंख के साथ एक सुपारी रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ केतवे नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- पानी के दो कलश भर कर राहु को अर्पित करें। - फलों का प्रसाद चढ़ाएं। घर का द्वार यदि वास्तु के विरुद्ध हो तो द्वार पर तीन मोर पंख स्थापित करें।
सही वास्तु दिलाएगा धन- समृद्धि-
यहां जानिए सभी नौ ग्रहों के दोष दूर करने के लिए मोर पंख के उपाय--
उपाय- यदि आप कुंडली में स्थित ग्रहों के बुरे प्रभाव दूर करना चाहते हैं या आपको मंगल शनि या राहु केतु बार-बार परेशान करते हों तो मोर पंख को 21 बार मंत्र सहित पानी के छीटे दीजिए। इसके बाद मोर पंख को घर में किसी श्रेष्ठ स्थान पर स्थापित कीजिए। यहां जानिए किस ग्रह के लिए कौन सा मंत्र जपना चाहिए...
(1)- सूर्य के लिए उपाय--
रविवार के दिन नौ मोर पंख ले कर आएं और पंख के नीचे मैरून रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ नौ सुपारियां रखें गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ सूर्याय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- दो नारियल सूर्य भगवान को अर्पित करें।
(2)- चंद्र के लिए उपाय--
सोमवार को आठ मोर पंख ले कर आएं, पंख के नीचे सफेद रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ आठ सुपारियां भी रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ सोमाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- पांच पान के पत्ते चंद्रमा को अर्पित करें। बर्फी का प्रसाद चढ़ाएं ।
(3)- मंगल के लिए उपाय--
मंगलवार को सात मोर पंख ले कर आएं, पंख के नीचे लाल रंग का धागा बांध लेँ। इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ सात सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें...
ऊँ भू पुत्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- दो पीपल के पत्तों पर चावल रख कर मंगल देव को अर्पित करें। बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।
(4)- बुध के लिए उपाय--
बुधवार को छ: मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे हरे रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ छ: सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ बुधाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- जामुन बुद्ध ग्रह को अर्पित करें। केले के पत्ते पर रखकर मीठी रोटी का प्रसाद चढ़ाएं।
(5)- गुरु के लिए उपाय--
गुरुवार को पांच मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे पीले रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ पांच सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ ब्रहस्पते नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- ग्यारह केले बृहस्पति देवता को अर्पित करें। - बेसन का प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(6)- शुक्र के लिए उपाय--
शुक्रवार को चार मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे गुलाबी रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ चार सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ शुक्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- तीन मीठे पान शुक्र देवता को अर्पित करें। - गुड़-चने का प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(7)- शनि के लिए उपाय--
शनिवार को तीन मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे काले रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ तीन सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें !
ऊँ शनैश्वराय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- तीन मिटटी के दिये तेल सहित शनि देवता को अर्पित करें। - गुलाब जामुन या प्रसाद बना कर चढ़ाएं ।
(8)- राहु के लिए उपाय--
शनिवार को सूर्य उदय से पूर्व दो मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे भूरे रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंखों के साथ दो सुपारियां रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें !
ऊँ राहवे नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- चौमुखा दिया जला कर राहु को अर्पित करें। - कोई भी मीठा प्रसाद बना कर चढ़ाएं।
(9)- केतु के लिए उपाय--
शनिवार को सूर्य अस्त होने के बाद एक मोर पंख ले कर आएं। पंख के नीचे स्लेटी रंग का धागा बांध लेँ। एक थाली में पंख के साथ एक सुपारी रखें। गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें।
ऊँ केतवे नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
- पानी के दो कलश भर कर राहु को अर्पित करें। - फलों का प्रसाद चढ़ाएं। घर का द्वार यदि वास्तु के विरुद्ध हो तो द्वार पर तीन मोर पंख स्थापित करें।
सही वास्तु दिलाएगा धन- समृद्धि-
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए रखें वास्तु का ख्याल—
1-पूर्व दिशा -: यहां घर की संपत्ति और तिजोरी रखना बहुत शुभ होता है और उसमें बढ़ोतरी होती रहती है।
2- पश्चिम दिशा -: यहां धन-संपत्ति और आभूषण रखे जाएं तो साधारण ही शुभता का लाभ मिलता है परंतु घर का मुखिया अपने स्त्री-पुरुष मित्रों का सहयोग होने के बाद भी बड़ी कठिनाई के साथ धन कमा पाता है ।
3- उत्तर दिशा -: घर की इस दिशा में कैश व आभूषण जिस अलमारी में रखते हैं, वह अलमारी भवन की उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की दीवार से लगाकर रखना चाहिए। इस प्रकार रखने से अलमारी उत्तर दिशा की ओर खुलेगी, उसमें रखे गए पैसे और आभूषण में हमेशा वृद्धि होती रहेगी।
4- दक्षिण दिशा -: इस दिशा में धन, सोना, चाँदी और आभूषण रखने से नुकसान तो नहीं होता परंतु बढ़ोत्तरी भी विशेष नहीं होती है।
5- ईशान कोण -: यहां पैसा, धन और आभूषण रखे जाएं तो यह दर्शाता है कि घर का मुखिया बुद्धिमान है और यदि यह उत्तर ईशान में रखे हों तो घर की एक कन्या संतान और यदि पूर्व ईशान में रखे हों तो एक पुत्र संतान बहुत बुद्धिमान और प्रसिद्ध होता है ।
6- सीढ़ियों के नीचे तिजोरी रखना शुभ नहीं होता है। सीढ़ियों या टायलेट के सामने भी तिजोरी नहीं रखना चाहिए। तिजोरी वाले कमरे में कबाड़ या मकड़ी के जाले होने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
7- घर की तिजोरी के पल्ले पर बैठी हुई लक्ष्मी जी की तस्वीर जिसमें दो हाथी सूंड उठाए नजर आते हैं, लगाना बड़ा शुभ होता है। तिजोरी वाले कमरे का रंग क्रीम या ऑफ व्हाइट रखना चाहिए।
2- पश्चिम दिशा -: यहां धन-संपत्ति और आभूषण रखे जाएं तो साधारण ही शुभता का लाभ मिलता है परंतु घर का मुखिया अपने स्त्री-पुरुष मित्रों का सहयोग होने के बाद भी बड़ी कठिनाई के साथ धन कमा पाता है ।
3- उत्तर दिशा -: घर की इस दिशा में कैश व आभूषण जिस अलमारी में रखते हैं, वह अलमारी भवन की उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की दीवार से लगाकर रखना चाहिए। इस प्रकार रखने से अलमारी उत्तर दिशा की ओर खुलेगी, उसमें रखे गए पैसे और आभूषण में हमेशा वृद्धि होती रहेगी।
4- दक्षिण दिशा -: इस दिशा में धन, सोना, चाँदी और आभूषण रखने से नुकसान तो नहीं होता परंतु बढ़ोत्तरी भी विशेष नहीं होती है।
5- ईशान कोण -: यहां पैसा, धन और आभूषण रखे जाएं तो यह दर्शाता है कि घर का मुखिया बुद्धिमान है और यदि यह उत्तर ईशान में रखे हों तो घर की एक कन्या संतान और यदि पूर्व ईशान में रखे हों तो एक पुत्र संतान बहुत बुद्धिमान और प्रसिद्ध होता है ।
6- सीढ़ियों के नीचे तिजोरी रखना शुभ नहीं होता है। सीढ़ियों या टायलेट के सामने भी तिजोरी नहीं रखना चाहिए। तिजोरी वाले कमरे में कबाड़ या मकड़ी के जाले होने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
7- घर की तिजोरी के पल्ले पर बैठी हुई लक्ष्मी जी की तस्वीर जिसमें दो हाथी सूंड उठाए नजर आते हैं, लगाना बड़ा शुभ होता है। तिजोरी वाले कमरे का रंग क्रीम या ऑफ व्हाइट रखना चाहिए।
‘ऐं क्लीं श्रीं’
इसकी 11 माला करने के बाद, पोटली बांध कर अपनी दुकान या आफिस के मुख्य द्वार पर किसी ऊंचे स्थान पर टांग दें । इसके अलावा आप दक्षिणावर्ती शंख में चावल भर कर लाल वस्त्र में लपेट कर पूजा स्थान पर किसी सुयोग्य कर्मकांडी द्वारा शुद्धि करवा के इस मंत्र से अभिमंत्रित करवा के स्थापित करवा दे।
‘ओम् ऐं सर्वकार्यसिद्धि कुरु कुरु स्वाहा’ आप देखेंगे कि गुप्त नवरात्रि में किए गए इस प्रयोग द्वारा आपके व्यवसाय में सुख, समृद्धि, शांति व हरित क्रांति का आगमन होने लगेगा । इसके अलावा आप स्वयं इस मंत्र का जाप धन वृद्धि हेतु वैसे तो प्रतिदिन कर सकते हैं परंतु गुप्त नवरात्रि में इसका महत्व कुछ और ही बढ़ जाता है
‘ओम् श्रीं श्रीं यक्षाय शिव कुबेराय श्रीं ओम् नम:’
आपकी काफ़ी परेशानियो का हल आज सम्भव है ...... ?
1. गोबर के बनाए गए छोटे से दिए में गुड का टुकडा, तेल और रूई की बत्ती डालकर व जलाकर दरवाजे के बीच में रखने से घर को बुरी नजर से बचाया जा सकता है।
2. पारिवारिक झगडों या घर में नित नए क्लेश के कारण मन अशांत रहता है तो मिट्टी के एक कुल्लड में थोडा सा कच्चा दूध लेकर उसमें चंद बूंदे शहद की टपका दें ओर घर की छत, कमरों और आंगन में उसे थोडा-थोडा छिडक दें। ऎसा करते हुए किसी से बात न करें।
3. मोर का पंख अथवा लहसुन की गांठ घर में रखने से सांप घर में प्रवेश नहीं करता।
4. भोजन करने से पहले गाय, कुत्ते या कौवे के लिए एक रोटी निकाल दें। ऎसा करने से आपको कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पडेगा।
5. महीने के पहले बुधवार को रात में कच्ची हल्दी की गांठ बांधकर भगवान कृष्ण को अर्पित करें। अगले दिन उसे पीले धागे में बांधकर अपनी दाहिनी भुजा में बांध लें। आर्थिक संपन्नता में वृद्धि होती है।
6. अपनी तिजारी में 9 लक्ष्मीकारक कौडियां और एक तांबे का सिक्का रखने से आपकी तिजोरी में धन हमेशा भरा रहेगा।
7. नियमित रूप से केले के पेड में जल अर्पित करने और घी का दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होती है।
8. शनिवार को अपने पलंग के नीचे एक बर्तन में सरसों का तेल रखें। अगले दिन उस तेल में उडद की दाल के गुलगुले बनाकर कुत्तों और गरीबों को खिलाने से गरीबी दूर होती है और लक्ष्मी का आगमन होता है।
9. "हत्थाजो़डी" (हत्थाजो़डी पंसारी की दुकान या वनौषधि के कार्य करने वाले के पास मिलती है।) की विधिवत् पूजा करें, धूप दीप दिखाए, सिदूंर चढ़ाएं, नैवेद्य (मिठाई) का भोग लगाए। इसके बाद इसे चांदी या सोने की डिब्बी में रख लें। डिब्बी को पूजा घर में या तिजोरी में रख लें। बाद में प्रतिदिन पूजा के समय इसे सामने रखकर धूप, दीप दें, दक्षिणा चढ़ाएं तथा प्रतिदिन निम मंत्र की माला करें। मंत्र : चामुण्डा देवी धनम् देहि। इस प्रयोग से आपको थो़डे ही दिनों में आर्थिक लाभ दिखाई देने लगेगा।
10. नवरात्रि के अवसर पर किसी दिन या फिर किसी अष्टमी के दिन, अपनी दुकान, प्रतिष्ठान, कार्यालय जहां भी लेन-देन या कोई व्यवसाय होता हो, वहां पर निम मंत्र के द्वारा "श्रीफल" पूजा घर में स्थापित कर लें। उसे नित्य धूप दें और कोई सिक्का चढ़ाकर 7 बार निम मंत्र से जाप करें : श्रीं श्रियैनम:। इस मंत्र के 11000 जाप करके श्रीफल को सिद्ध कर लें। यह प्रयोग उस प्रतिष्ठान, दुकान की आर्थिक स्थिति में लाभकारी परिवर्तन कर देगा।
11. बच्चों की अच्छी पढाई के लिए स्टडी टेबल हमेशा ही कमरे के पूर्व कोने में इस तरह से रखें कि पढाई करते समय आपके बच्चे का मुंह पूर्व दिशा की ओर रहे।
12. जिस घर में तुलसी का पौधा नहीं, वह घर सूना समझा जाता है। तुलसी का स्पर्श कर घर में प्रवेश करने वाली वायु साक्षात् अमृत होती है। दैहिक स्वास्थ्य को सिद्ध करती है। प्रतिदिन तुलसी को जल चढ़ाने से न केवल स्वास्थ्य अच्छा रहता है अपितु इससे भगवान केशव प्रसन्न होते हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि करते हैं।
13. काली गुंजा की विशेषता है कि जिस व्यक्ति के पास होती है, उस पर मुसीबत पड़ने पर इसका रंग स्वतः ही बदलने लगता है.
14. घर के मुख्य द्वार के सामने सीधे ही आइना ना रखे. इससे लक्ष्मी सबंधित समस्या किसी न किसी रूप मे बनी रहती है, अतः इस चीज़ का ध्यान रखना चाहिए.
15. सूर्य को अर्ध्य देना अत्यंत ही शुभ है. अर्ध्य जल अर्पित करने से पूर्व ७ बार गायत्री का जाप कर अर्पित करने से आतंरिक चेतना का विकास होता है
16. यदि आप गुरुवार को पीपल में सादा जल चढ़ाकर घी का दीपक जलाएं तथा शनिवार को गुड़ तथा दूध मिश्रित जल पीपल को चढ़ाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं तो आप कभी भी आर्थिक रूप से परेशान नहीं होंगे।
17. दुर्भाग्य दूर करने के लिए तीन गोमती चक्रों का चूर्ण बनाकर घर के आगे बिखेर दें .
18. कई बच्चे ऐसे होते हैं जो सोते समय अचानक डर जातें हैं अर्थात सोते हुए भय से हिल जाते हैं ऐसे बच्चों के लिए सिरहाने मोर पंख रख देना चाहिए | इस से बच्चा डरना बंद कर देता है |
19. किसी बच्चे को जल्दी जल्दी नज़र लगती हो तो आप मंगलवार को बच्चे को सामने बिठा कर श्री हनुमान बाहुक 5 का बार पाठ करें | प्रत्येक पाठ बाद, आप उस पर फूंक मारे | एक ताम्बे का कड़ा ले कर प्रभु के चरणों से अर्पित कर उसके हाथ में धारण करवा दें |
20. सुबह नित्य कर्म से निपटकर आटे 108 की छोटी - छोटी गोलियां बनाएं. गोलियां बनाते समय मन ही मन में श्रद्धापूर्वक ऊँ लक्ष्मी लक्ष्माये नम: का मंत्र जप करते रहें. इसके बाद इन आटे को गोलियों को किसी तालाब या सरोवर में मछलियों को डाल दें. शीघ्र आप पर लक्ष्मी की कृपा बरसेगी.
21. रविवार के दिन पुष्य में नक्षत्र, एक काला कौआ या काला कुत्ता पकड़े. उसके दाएँ पैर का नाखून काटें. इस नाखून को ताबीज में भर कर, धूप - दीपादि से पूजनकर, धारण करें. इससे आर्थिक बाधा दूर होती है. नौकरी, साक्षात्कार आदि में सफलता की प्राप्ति होती है. कौए या काले कुत्ते में से किसी एक का नाखून लें. दोनों का एक साथ प्रयोग न करें. ज्योतिष कोई परमात्मा नहीं यह आपका मार्ग दर्शक है
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