गुरुवार, 7 जून 2018

अचूक वनस्पति तन्त्र

*अचूक वनस्पति तन्त्र*

वनस्पति

सहदेवी तंत्र: सहदेवी सामान्य घास-फूस की श्रेणी की वनस्पति है। तांत्रिक दृष्टि से यह अद्भुत गुणों से युक्त अमूल्य वनस्पति है। इसकी जड़ रवि-पुष्य नक्षत्र में लाकर निम्न मंत्र से 108 बार पूजा करें।
मंत्र: ¬ नमो रूपावती सर्वप्रोतेति श्री सर्वजनरंजनी सर्वलोक वशीकरणी सर्व सुखरंजनी महामाईल घोल थी कुरू कुरू स्वाहा।

सहदेवी

1. सहदेवी की जड़ लाल कपड़े में बांधकर अन्न भंडार, तिजोरी या किसी अन्य सम्पत्ति के साथ रखने से उसमें वृद्धि होने लगती है।
2. इसकी जड़ लाल डोरे में बांधकर कमर में बांधने से प्रसव वेदना से मुक्ति मिलती है।
3. इसके पत्ते, तना, फूल, जड़ और फल पीस कर पान में खिलाने से वह व्यक्ति वशीभूत हो जाएगा।
4. इसके पंचांग का तिलक लगाने से समाज में सम्मान एवं प्रभाव में वृद्धि होती है।
5. बच्चों के गले में सहदेवी की जड़ पहनाने से कंठमाला रोग दूर हो जाता है।

ग्रह पीड़ा निवारक मूल-तंत्र:

बेल


सूर्य: यदि कुंडली में सूर्य नीच का हो या खराब प्रभाव दे रहा हो तो बेल की जड़ रविवार की प्रातः लाकर उसे गंगाजल से धोकर लाल कपड़े या ताबीज में धारण करने से सूर्य की पीड़ा समाप्त हो जाती है। ध्यान रहे, बेल के पेड़ का शनिवार को विधिवत पूजन अवश्य करें।


चंद्र: यदि चंद्र अनिष्ट फल दे रहा हो तो सोमवार को खिरनी की जड़ सफेद डोरे में बांध कर धारण करें। रविवार को इस वृक्ष का विधिवत पूजन करें।
मंगल: यदि मंगल अनिष्ट फल दे रहा हो तो अनंत मूल या नागफनी की जड़ लाकर मंगलवार को धारण करें।

विधारा


बुध: यदि बुध अनिष्ट फल दे रहा हो तो विधारा की जड़ बुधवार को हरे डोरे में धारण करें।


केला


गुरु: यदि गुरु अनिष्ट फल दे रहा हो तो हल्दी या मारग्रीव केले (बीजों वाला केला) की जड़ बृहस्पतिवार को धारण करें।

सरफोके

शुक्र: यदि शुक्र अनिष्ट फल दे रहा हो तो अरंड की जड़ या सरफोके की जड़ शुक्रवार को सफेद डोरे में धारण करें।



सर्व कार्यसिद्धि उपाय :
हर व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए कोई न कोई कार्य करता ही रहता है, ताकि वो अपनी निजी और सामजिक जरूरतों को पूरा कर सके, साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वाह भी कर सके, किन्तु कई बार ऐसा होता है कि उनके कार्य संपन्न नही होते और वे अटके रहते है, ऐसे में आप परेशान हो जाते हो. आज हम आपको आपके सभी कार्यो को सिद्ध करने के उपायों को बता रहे है. अपने कार्यो को सिद्ध करने के लिए आप निम्नलिखित उपायों को अपनाएं.
§  आप मिट्टी के बने हुए शेर को बुधवार के दिन दुर्गा माता के मंदिर में चढ़ा आयें. आपके सभी कार्य पुरें होंगे.
आप हर बुधवार के दिन एक कटोरी चावल का दान किसी गरीब व्यक्ति को करें. आप इस उपाय को कम से कम एक साल की अवधि तक अवश्य करें.
§  साथ ही आप हर बुधवार के दिन गणेश जी को एक सुपारी भी अर्पित करें, सुपारी गणेश जी को अति प्रिय है और इससे प्रसन्न होकर वे आपके सभी कार्यो को सिद्ध करते है.  ...
सभी प्रकार के कार्य पूरे करने के टोन टोटके और उपाय
§  बुधवार के दिन जैन बंधू और पद्मावती देवी के मंदिर में जाकर चावल चढाने से और पद्मावती जी के मंत्र का 11 बार पाठ करने से भी आपके सारे कार्य सिद्ध होते है..
§  अपने सभी कार्यो की सिद्धि के लिए आप भगवान शिव जी के चरणों में एक हरी इलायची और एक लौंग को अर्पित करें.
§  आप हनुमान जी की ऐसी मूर्ति ले जिस पर सिंदूर लगा हो और उस मूर्ति से सिंदूर को लेकर आप माता सीता के चरणों पर लगा दें.
§  जब भी आप किसी कार्य के लिए बाहर जाएँ तो आप स्वयं के चेहरे को एक दर्पण में देख कर ही जाएँ.
§  साथ ही जब आप कार्य के लिए जा रहे हो तो आप अपने घर में रखे पूजास्थल पर रखे पूजा के कलश को प्रणाम करके ही जाएँ.
§  आप अपने घर में महाकाली का पूजन शुद्ध देशी घी के दीपक से ही करें.
§  किसी कार्य को करने जाने से पहले आप एक चुटकी हींग लें और उसे अपने सिर के ऊपर से उतार कर दक्षिण दिशा में फेंक कर ही जाएँ.
§  किसी शनिवार के दिन आप 1 रूपये का सिक्का या फिर थोडा सरसों का तेल लें और उसे किसी कोढ़ी को दान में दे दें. ऐसा करने से आपके कार्यो को पूर्णता मिलती है.
§  जब आप अपने व्यापार के कार्य के लिए कहीं जा रहे हो तो आप हरिद्रा के कुछ दानो को अपने व्यापार स्थल के मुख्य दरवाजो के दोनों तरफ डाल कर ही जाएँ.
§  आप अपने घर में सर्व सिद्धी यंत्र की स्थापना करें और प्रतिदिन उस यंत्र की पूजा करें. इस यंत्र  को अपने घर में रखने से आपके घर में सुख समृद्धि तो आती ही है, साथ ही आपके सभी अटके हुए कार्य1 भी पूर्ण होते है.
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