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*भगवान विष्णु के 10 अवतार*
*पहला अवतार: मत्स्य*
भगवान विष्णु का सबसे पहला अवतार मछली के रूप में था। मछली मानव जीवन की उत्पत्ति को दर्शाती है। ऐसा इसलिए कि पृथ्वी पर जीवन का प्रारंभ जल में हुआ था।
*दूसरा अवतार: कूर्म*
श्रीहरि का दूसरा अवतार कछुए को माना गया है। मानव विकास के क्रम में कछुआ समुद्र से जमीन की ओर बढ़ रहे जीवन को दर्शाता है। तो इस प्रकार मनुष्य के विकास के क्रम में कछुए का स्थान दूसरा है।
*तीसरा अवतार: वराह*
भगवान विष्णु के तीसरे अवतार के रूप में हुए वराह देवता। जो कि जंगली सूअर समेत अन्य जंगली जीवों को दर्शाते हैं। यानी मानव विकास के क्रम में जीवन पृथ्वी पर आने के बाद जंगल की तरफ बढ़कर जंगली जानवरों के रूप में विकसित हुआ।
*चौथा अवतार: नृसिंह*
चौथे अवतार के रूप में श्रीहरि नृसिंह भगवान के रूप में प्रकट हुए। यानी जंगली जीवों में जब थोड़ी सी बुद्धिमानी आ गई तो वह आधे जानवर और आधे मनुष्य के रूप में प्रकट हो गए। यानी विकास के क्रम ने नृसिंह भगवान के साथ मनुष्य के रूप में प्रवेश किया।
*पांचवां अवतार: वामन देवता*
भगवान विष्णु के पांचवें अवतार के रूप में वामन देवता प्रकट हुए। यानी नृसिंह के माध्यम से मानवीय रूप में आने वाले जीव ने अब बौने मनुष्य के रूप में जन्म लिया। मनुष्य दो प्रकार के होते थे- होमो इरेक्टस(नरवानर) और होमो सेपिअंस (मानव), और होमो सेपिअंस ने विकास की लड़ाई जीत ली।
*छठें अवतार: परशुराम*
अब विकास के क्रम में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए मनुष्य को औजार की आवश्यकता भी पड़ी तो भगवान विष्णु ने परशुराम के रूप में अवतार लिया। परशुरामजी के पास हथियार के रूप में कुल्हाड़ी भी थी। जो गुफा और वन में रहने के लिए भोजन जुटाने और अन्य सामिग्री जुटाने के काम आई।
*सातवें अवतार: प्रभु श्रीराम*
जब धरती पर मनुष्यों की अच्छी खासी भीड़ हो गई तो राजा प्रजा और समाज का ताना-बाना भी बुनने की आवश्यकता पड़ गई। ऐसे में भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया, जो कि प्रजा के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उभरे।
*आठवें अवतार: श्रीकृष्ण*
धरती पर विकास होता गया और प्रभु श्रीराम के बाद भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया। जो कि राजनेता, राजनीतिज्ञ, प्रेमी बनकर उभरे। जिन्होंने समाज के नियमों का आनन्द लेते हुए यह सिखाया कि सामाजिक ढांचे में रहकर कैसे फला-फूला जा सकता है और कैसे खुद को और अपने परिवार को आनंदित किया जा सकता है।
*नौवें अवतार: महात्मा बुद्ध*
नवें अवतार थे ‘महात्मा बुद्ध’, ऐसे व्यक्ति जिन्होंने नृसिंह से उठे मानव के सही स्वभाव को खोजा। उन्होंने मानव द्वारा ज्ञान की अंतिम खोज की पहचान की।
*दसवां अवतार: कल्कि*
अंत में दसवां अवतार ‘कल्कि’ भगवान आएंगे। जो कि कलियुग में पाप का अंत करेंगे।
श्रीमद्भागवत पुराण और कल्कि पुराण के अनुसार भगवान कल्कि का अवतार कलियुग की समाप्ति और सतयुग के संधिकाल में होगा। माना जाता है यह भगवान का अंतिम अवतार होगा।🙏
*🚩🌹जय श्रीराधे कृष्णा🙏🚩*
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